चुनमुन को शुरू में इस रिश्ते पर शक नहीं हुआ क्योंकि दोनों का नाता चाची-भतीजे का था. लेकिन अगस्त 2024 में जब वह घर लौटा तो उसने देखा कि मनीषा फोन पर काफी व्यस्त रहने लगी थी. एक दिन उसने अपनी पत्नी और भतीजे को एक कमरे में आपत्तिजनक हालत में देख लिया. इसके बाद गुस्साए चुनमुन ने मनीषा को मायके भेज दिया और खुद दोबारा काम पर लौट गया.
चुनमुन ने सोचा था कि वह होली पर मनीषा को वापस ले आएगा, लेकिन जब वह त्यौहार पर घर लौटा, तो उसे पता चला कि मनीषा अपने प्रेमी आकाश कुमार के साथ भाग गई है. हैरानी की बात ये थी कि वह अपने तीनों बच्चों को भी साथ ले गई थी. जब पुलिस की डायल 112 सेवा ने मनीषा से संपर्क किया तो उसने चौंकाने वाला बयान दिया. उसने कहा, "तीनों बच्चे मेरे प्रेमी आकाश कुमार के हैं, न कि मेरे पति के. इसलिए मैं बच्चों को किसी भी हाल में नहीं दूंगी. मैं अपने प्रेमी के साथ खुश हूं और अपने पति से अब कोई मतलब नहीं है."
इस घटना के बाद चुनमुन राम ने अपनी पत्नी और बच्चों की वापसी के लिए थाने में आवेदन दिया. लेकिन उसने आरोप लगाया कि भतीजा आकाश और उसके परिवार वाले उस पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. उसे धमकी दी जा रही है कि अगर उसने मामला आगे बढ़ाया, तो अंजाम बुरा होगा
हरसिद्धि थाना अध्यक्ष सर्वेद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अब मामले की जांच कर रही है कि क्या महिला को जबरन भगाया गया है या फिर वह अपनी मर्जी से गई है. अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस चुनमुन राम को न्याय दिला पाएगी या फिर मनीषा अपने प्रेमी और बच्चों के साथ नई जिंदगी शुरू कर लेगी?