दरअसल, असम के कोकराझार से दो बार निर्दलीय सांसद रहे नबा हीरा कुमार सरनीया आदिवासी बहुल वाल्मीकि नगर संसदीय क्षेत्र से अपना भाग्य आजमाएंगे. 6 मई दिन सोमवार को नामांकन करेंगे. असम में नॉमिनेशन रद्द होनें के बाद उन्होंने फैसला लिया कि पिछड़े बहुल्य चम्पारण के आदिवासियों को जागृत करने बिहार के वाल्मीकिनगर में रोचक मुकाबले की तैयारी की जाए.
बता दें कि असम के कोकराझार लोकसभा सीट से दो मर्तबा सांसद रह चुके नबा हीरा कुमार सरनीया अब वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. राष्ट्रीय सलाहकार समिति गण सुरक्षा पार्टी के विनोद नायक ने बताया कि नबा हीरा कुमार सरनीया के साथ धोखा हुआ है. ऐसे में उन्होंने आदिवासियों के हक हकूक के लिए वाल्मीकि नगर संसदीय क्षेत्र का रुख किया है. क्योंकि यह आदिवासी और पिछड़ा व अति पिछड़ा बहुल इलाका है.
उन्होंने आगे बताया कि कोकराझार से नबा हीरा कुमार सरनीया का नॉमिनेशन रद्द कर दिया गया. इसलिए उन्होंने यहां से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. बता दें की वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र में थारू उरांव आदिवासी वोटरों की संख्या तकरीबन ढाई लाख के आस पास है जो जीत हार के लिए निर्णायक हैं. हालांकि अभी तक यहां एनडीए का बोलबाला रहा है. ऐसे में अबकी बार ये आदिवासी मतदाता किस ओर रुख और रुझान करते हैं ये देखना दिलचस्प होगा.