जीतन राम मांझी ने कहा कि जब तेज प्रताप की शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी, उस समय भी वह किसी और लड़की के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थे. यह बात परिवार को पहले से पता थी, फिर भी शादी कराई गई. उन्होंने कहा, "दूसरी गलती ये हुई कि शादी के बाद उस लड़की (ऐश्वर्या राय) को मारपीट कर, बेइज्जत कर, घर से निकाल दिया गया. वह लड़की दारोगा प्रसाद राय की पोती है. तब लालू जी की जमीर कहां चली गई थी?"
'कहीं संपत्ति का बड़ा हिस्सा ऐश्वर्या को न मिल जाए'
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि अब जब कोर्ट का फैसला संभवतः ऐश्वर्या राय के पक्ष में आने वाला है तब आरजेडी परिवार को डर सता रहा है कि कहीं संपत्ति का बड़ा हिस्सा ऐश्वर्या को न मिल जाए. इसी आशंका में तेज प्रताप को परिवार और पार्टी से बाहर निकालने की योजना बनाई गई ताकि कानूनी रूप से यह दिखाया जा सके कि उनके पास कोई संपत्ति या जिम्मेदारी नहीं है.
उन्होंने कहा, "जब फैसला आएगा तो कहा जाएगा कि तेज प्रताप के पास कुछ भी नहीं है, इसलिए ऐश्वर्या को कुछ नहीं मिल सकता. ये एक सोची-समझी रणनीति है, न कि तेज प्रताप को बाहर निकालने का कोई सच्चा फैसला." जीतन राम मांझी के इस बयान से तेज प्रताप और अनुष्का के मामले में फिर सियासत तेज हो सकती है.