कैफे में रची गई हत्या की साजिश
राजा की हत्या की साजिश 16 मई को सुपर कॉरिडोर के कैफे में रची गई। प्रेमी राज ने दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को साथ में लिया। उसी रात छह घंटे तक फोन पर सोनम को हत्या की पूरी योजना समझाई गई। हत्या के पहले राज ने आरोपियों को 50 हजार, एक कीपैड, एक एंड्रॉइड मोबाइल और नई सिम दिलाई। ये सब चीजें आरोपियों ने सोनम को दे दी। इसी नंबर और फोन से सोनम शिलांग जाने के बाद तीनों के संपर्क में रही थी।
खुद शिलांग नहीं गया था राज
प्रेमी राज को जब सोनम ने 22 मई को शिलांग के लिए निकलने की बात कही तो राज ने आरोपियों के टिकट कराए, लेकिन ऐन वक्त पर खुद ने जाने से मना कर दिया। राज इंदौर से ही तीनों को निर्देश देता रहा। वह यहां पर राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ ताकि किसी को कोई शक न हो। आरोपियों ने बताया कि वे राज के कहने पर ही शिलांग गए। राजा को जिस दाव (छोटी कुल्हाड़ी) से मारा, वह ऑनलाइन गुवाहाटी से खरीदी गई। आरोपी उनके होम स्टे से एक किमी दूर ही ठहरे थे। सोनम आरोपियों को पल-पल की लोकेशन दे रही थी। यहां पर किराये की बाइक ली और राजा सोनम के पीछे घूमने लगे।
चार लाख रुपये में दी थी सुपारी
सोनम अपने साथ नौ लाख रुपये नकद ले गई थी। उसने हत्या की सुपारी चार लाख रुपये में भी थी। हत्या के बाद आरोपियों को 15 हजार रुपये दिए थे, ताकि वह भाग जाएं। वह पैसा भी राजा के पर्स से ही निकाल कर दिए थे। बताते हैं कि सोनम के बैंक अकाउंट में भी पांच लाख रुपये से ज्यादा की राशि थी। राजा की हत्या के बाद वह लंबे समय तक लापता रहने की प्लानिंग के साथ गई थी।
राज से कहा था-विधवा हो जाऊं तो शादी कर लेना
इंदौर पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम और राज कुशवाहा के बीच पांच महीने से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। राज ने कबूल किया कि सोनम से अफेयर चार से पांच माह का था। पिता के हार्ट पेशेंट होने से सोनम लव मैरिज नहीं कर पा रही थी। पिता समाज में शादी करना चाहते थे इसलिए उसने राजा से शादी को हां कर ली थी। उसने पहले ही तय कर लिया था कि शादी के बाद राजा को मारकर राज के साथ रहने लगेगी। सोनम ने राज से कहा था कि जब मैं विधवा हो जाऊंगी, फिर तुम मुझसे शादी कर लेना। तब मेरे परिवार वाले भी हमारी शादी के लिए मान जाएंगे। राजा और सोनम की 11 मई को शादी हुई।
अपरा एकादशी व्रत वाले दिन की हत्या
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 मई की दोपहर 1.30 बजे राजा की हत्या की गई। 23 मई को सोनम ने अपरा एकादशी व्रत किया था। यह बात उसने फोन पर अपनी सास को भी बताई थी। मान्यता है कि यह व्रत पापों से मुक्ति और मनोकामना पूर्ण करने के लिए किया जाता है, लेकिन सोनम ने इसी दिन हत्या को अंजाम दिया। दोपहर में सोनम फोटोशूट के बहाने राजा को सुनसान जगह ले गई। आरोपियों के हत्या से मना करने पर सोनम ने उन्हें 20 लाख रुपये देने का वादा किया।
राजा के भाई ने कहा, हत्या में पांच से ज्यादा लोग शामिल
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि सोनम ने फर्जी तरीके से आत्मसमर्पण किया और इस अपराध में पांच से अधिक लोग शामिल थे। विपिन ने यह भी कहा कि सोनम की मां को उसके और राज कुशवाह के संबंधों के बारे में पता था। उन्होंने हमसे, अपने पति और भाई से भी बात छिपाई। अगर सोनम के पिता और भाई को संबंधों के बारे में पता होता तो राज को नौकरी से निकाल दिया जाता।