इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल राज कुशवाहा के चाचा के बयान से नया मोड़ आ गया है। चाचा भूपेंद्र ने बताया कि परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। राज की नौकरी से ही परिवार का भरण पोषण होता है। सोनम के पिता की फैक्टरी में राज नौकरी करता है। इन हालातों में सोनम और राज के बीच प्रेम प्रसंग कैसे हो सकता है? राज को सोनम किसी हालत में पसंद नहीं कर सकती। उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी वजह से उसे फंसाया गया है। वहीं, राज की दादी रामलली का कहना है कि उसका पौत्र निर्दोष है। वह ऐसा नहीं कर सकता है। उसे फंसाया गया है। स्थानीय पुलिस भी गांव में राज के बारे में पूछताछ करने पहुंची थी। दरअसल, इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल राज कुशवाहा का परिवार मूलरूप से फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाने के रामपुर गांव का रहने वाला है। परिवार की माली हालत ठीक नहीं है। सोनम के कथित प्रेमी राज की दादी ने पौत्र को फंसाए जाने की बात कही है। रामपुर गांव में राज के बाबा सूरजभान किराने की दुकान चलाते हैं। उनके दिवंगत बड़े पुत्र रामनजर सिंह उर्फ बबुआ का पुत्र राज है। दो बेटे नारेंद्र उर्फ बउवा, मुन्ना उर्फ भूपेंद्र गांव में रहते हैं। राज के पिता की ब्रेन ट्यूमर की वजह से पांच साल पहले मौत हो गई थी।
राज का पिता करीब 25 साल पहले इंदौर गया था। वहां फल की आढ़त में नौकरी करता था। राज का बचपन गांव में बीता। करीब 10 साल पहले राज, उसकी मां रुपतिया व तीन बहनें इंदौर में रहने लगी थीं। कुछ समय बाद बड़ी बहन काजल गांव में आकर पढ़ाई करने लगी। राज के ननिहाल बांदा के राजापुर में शादी समारोह था। उसमें शामिल होने के लिए राज की मां और बहनें 20 दिन पहले गांव आईं थीं। करीब 10 दिन राजापुर व इतने ही दिन गांव में रुकने के बाद इंदौर चली गई थीं। घटनाक्रम की शुरुआत 23 मई से हुई।
पुलिस ने आकाश को पकड़ने के बाद एक घंटे खोजा था सोनम को
उधर, इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में मेघालय पुलिस ने जब आरोपी आकाश राजपूत (19) को उसके ललितपुर के गांव चौकी से पकड़ा था तो सोनम रघुवंशी की भी खोजबीन की गई थी। शिलांग पुलिस ने महरौनी के चौकी गांव स्थित उसके घर का चप्पा-चप्पा तलाशने के साथ भूसे में भी खोजबीन की थी। साथ ही पुलिस परिजन से एक घंटे तक पूछते रही कि सोनम कहां है?
आठ मई की रात करीब 11 बजे मेघालय पुलिस पूरे लाव लश्कर के साथ कोतवाली महरौनी के ग्राम चौकी पहुंची थी। यहां राजा रघुवंशी हत्याकांड का आरोपी आकाश कमरे में सोते हुए मिला था। मेघालय पुलिस ने आकाश से पूछा कि सोनम रघुवंशी कहां है? उसे कहां छिपाया है। आकाश ने सोनम के बारे में कोई जानकारी होने से मना कर दिया था। तब परिजनों से सोनम के बारे में पूछताछ की। उन्होंने भी इन्कार कर दिया था।
आकाश और उसके परिजन के इन्कार करने के बाद भी मेघालय और जनपद की पुलिस ने मकान का चप्पा-चप्पा छाना। यहां तक कि मकान के टपरे में रखे भूसे के ढेर के अंदर तक सोनम को तलाशा था। पुलिस की यह कार्रवाई करीब एक घंटे तक चलती रही। जब पुलिस को यकीन हुआ कि सोनम यहां नहीं है तब वह आकाश और उसके तीन परिजन को अपने साथ ले गई थी।
सोनम ने राजा रघुवंशी की हत्या का जुर्म कबूल किया
इंदौर के सनसनीखेज हत्याकांड में प्रमुख आरोपी सोनम रघुवंशी ने पति राजा रघुवंशी की हत्या कराने का जुर्म कबूल कर लिया है। मेघालय पुलिस ने दावा किया कि सबूतों से सामना कराने पर सोनम टूट गई। उसने माना कि हनीमून पर शिलांग ले जाकर राजा की हत्या कराने की पूरी साजिश उसी ने रची थी और वही कातिल है। पुलिस का कहना है कि सोनम समेत पांचों आरोपियों के खिलाफ हत्या में शामिल होने के पर्याप्त सबूत हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मेघालय पुलिस की एसआईटी ने पूछताछ के दौरान सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी जैकेट, रेनकोट और अन्य सबूतों को सोनम के सामने रखा। साथ ही, प्रेमी राज कुशवाहा से भी उसका आमना-सामना करवाया। इसके बाद सोनम ने गुनाह कबूल करते हुए कहा कि राज व तीन अन्य आरोपियों के साथ मिलकर उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
वहीं, मेघालय की पुलिस महानिदेशक आई नोंगरांग ने बताया, राजा व सोनम ने सूटकेस सोहरा स्थित होमस्टे में छोड़ा था। इसमें मिले मंगलसूत्र व अंगूठी से मामले को सुलझाने में मदद मिली। मंगलसूत्र छोड़ने से हमें सोनम पर शक हुआ। पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा, आरोपियों से पूछताछ के दौरान साजिश की और परतें खुलेंगी।
पांचों आरोपी आठ दिन के पुलिस रिमांड पर
मेघालय पुलिस यूपी के गाजीपुर से सोनम को लेकर मंगलवार रात शिलांग पहुंची थी, जबकि अन्य आरोपी बुधवार को पहुंचे। पुलिस ने बताया कि सोनम और उसके चारों साथियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पांचों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। विशेष जांच दल ने सोहरा में अपराध स्थल पर घटनाक्रम की पुनर्रचना के लिए आरोपियों की 10 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की थी।