Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी गहमागहमी तेज होती जा रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेर रहे हैं. विपक्ष के हमलों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैकफुट पर हैं. दूसरी तरफ चुनावी रण में उतरने जा रही जन सुराज भी आक्रामक है. प्रशांत किशोर ने किसानों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने मांग की कि किसानों को धान का वाजिब मूल्य मिलना चाहिए.
प्रशांत किशोर ने कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 वर्षों से सरकार चला रहे हैं. धान की बिक्री 1500 से 1900 रुपए प्रति क्विंटल होती थी. चुनाव से चार महीने पहले किसानों को रिझाने का प्रयास हो रहा है." उन्होंने कहा कि किसान अनाज का वाजिब मूल्य चाहते हैं. चुनावी यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने जन सुराज को मौका देने की अपील की. उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि अब अपने बच्चों के लिए वोट दें. इससे पहले लालू यादव, पीएम मोदी और जात धर्म देखकर बिहार की जनता वोट कर चुकी है. अब बारी है जन सुराज को अपने बच्चों के लिए वोट देने की.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को नहीं जानते प्रशांत किशोर
पत्रकारों की तरफ से किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर भी टिप्पणी की. प्रशांत किशोर ने पूछा कि बिहार का स्वास्थ्य मंत्री कौन है? कोरोना काल में मंगल पांडेय स्वास्थ्य मंत्री थे. संकट की घड़ी में बिहार के लाखों लोगों को पैदल चलना पड़ा था.
कोरोना काल की तकलीफों को नहीं भूलने की कही बात
प्रशांत किशोर ने कोरोना काल की तकलीफों को याद रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि लोगों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ा था. उस वक्त मंगल पांडेय बिहार के स्वास्थ्य मंत्री थे. जन सुराज के सूत्रधार नीतीश सरकार और लालू यादव पर आक्रामक हैं. लालू यादव के परिवारवाद को प्रमुखता से उठा रहे हैं. दूसरी तरफ प्रशांत किशोर नीतीश सरकार की नाकामियों को उजागर कर जनता से समर्थन मांग रहे हैं.