Bihar Sucide News: बिहार के भोजपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। शुक्रवार, 23 मई 2025 को केशवपुर गंगा घाट पर एक प्रेमी जोड़े, विकास कुमार (31) और सरिता कुमारी (31), ने कथित तौर पर गंगा नदी में जल समाधि लेकर आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जिसके चलते उनकी मौत का कारण अभी भी रहस्य बना हुआ है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने शवों को नदी से निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जबकि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।यह घटना भोजपुर के बड़हरा थाना क्षेत्र के केशवपुर गंगा घाट पर हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विकास और सरिता शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे बखोरापुर मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और कुछ देर मंदिर परिसर में बैठे रहे। इसके बाद दोनों बुलेट बाइक पर सवार होकर गंगा घाट की ओर गए। वहां पहुंचकर विकास ने बाइक किनारे खड़ी की, हेलमेट और पर्स जमीन पर रखा, जबकि सरिता ने अपने स्लीपर उतारे। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़कर गंगा नदी में डुबकी लगाई और पानी में लीन हो गए। स्थानीय लोगों ने जब दोनों को लंबे समय तक पानी से बाहर नहीं निकलते देखा, तो गोताखोरों और पुलिस को सूचित किया। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने दोनों के शव नदी से निकाले, जो कमर तक पानी में तैर रहे थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विकास कुमार भोजपुर के सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के बसौरी गांव का निवासी था और दिल्ली की एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करता था। पिता के निधन के बाद वह अपनी मां और दो बहनों के साथ भोजपुर में रह रहा था। वहीं, सरिता कुमारी ओडिशा के गंजम जिले के कतरा गांव की रहने वाली थी और बेंगलुरु के एक स्कूल में शिक्षिका थीं। विकास की मां पुष्पलता देवी ने बताया कि दोनों की मुलाकात सिलीगुड़ी में हुई थी, जब विकास अपने पिता से मिलने गया था और सरिता वहां एक स्कूल में पढ़ा रही थीं। तभी से दोनों के बीच प्रेम संबंध थे। शुक्रवार सुबह विकास ने अपनी मां को बताया था कि वह ट्रेनिंग के लिए जा रहा है और साढ़े ग्यारह बजे फोन पर नाश्ते के बारे में भी पूछा था।
बताते चलें कि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के कारणों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उनके मोबाइल फोनों की जांच शुरू कर दी है। बड़हरा थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में किसी बाहरी हस्तक्षेप या संघर्ष के निशान नहीं मिले, जिससे यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। सरिता के पिता, जो ओडिशा पुलिस में दरोगा हैं, को सूचित कर दिया गया है और वे शनिवार को भोजपुर पहुंच रहे हैं। पुलिस अन्य प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों से पूछताछ कर रही है ताकि इस घटना के पीछे की वजह का पता लगाया जा सके।