Bihar Teacher News: बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक भी अब कानून की धज्जियां उड़ाने से नहीं हिचक रहे हैं। यह मामला पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरूही उर्दू का है, जहां स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामस्वार्थ प्रसाद शराब के नशे में स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। घटना 29 अप्रैल की है, जिसकी पुष्टि स्थानीय पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने की है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शिक्षक रामस्वार्थ प्रसाद स्कूल में शराब के नशे में चिल्लाते और अशोभनीय व्यवहार करते नजर आए। जब ग्रामीणों ने यह दृश्य देखा, तो उन्होंने तुरंत कुण्डवा चैनपुर थाना को सूचना दी। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची और शिक्षक को हिरासत में लिया। बाद में मेडिकल जांच में उनके शराब पीने की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले को लेकर प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रविकांत कुमार ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिल चुकी है और वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। शिक्षक के विरुद्ध निलंबन की अनुशंसा भी की गई है। बताया गया कि आरोपी शिक्षक पिछले आठ वर्षों से उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरूही उर्दू में कार्यरत हैं।
जटवलिया पंचायत के सरपंच ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह शिक्षक अक्सर नशे की हालत में स्कूल आते हैं और पढ़ाई-लिखाई पर कोई ध्यान नहीं देते। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल की कई संपत्तियां, जैसे डेस्क और अन्य सामग्री, गायब हो चुकी हैं और इसकी जानकारी उन्होंने पहले ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को फोन पर दे दी थी। विभागीय स्तर पर उनके खिलाफ जांच पहले से चल रही है।
इस घटना के बाद इलाके में शिक्षक की शर्मनाक हरकत को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक लंबे समय से शराब पीने के आदी हैं और कई बार चेतावनी के बावजूद अपने व्यवहार में सुधार नहीं लाए। जब उन्होंने हद पार कर दी, तब पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।