राज्य ब्यूरो, पटना। बिजली कंपनी के पास उनके स्टोर में ट्रांसफार्मर, पोल, तार या इंसुलेटर आदि हैं या नहीं इस बारे में अब एक क्लिक पर जानकारी मिल सकेगी। बिजली कंपनी के सीएमडी के निर्देश पर इस बाबत एक इन हाउस एप विकसित किया जा रहा। जल्द ही यह अस्तित्व में आएगा।
इस वजह से एप की पड़ी जरूरत
आम तौर पर यह होता है कि बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारी को अपने डिवीजन के लिए किसी उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दो से तीन लग जाते हैं।
अलग-अलग स्टोर से इसकी जानकारी लेनी पड़ती है। इसके बाद वहां से उपकरण निर्गत कराना पड़ता है। इस अवधि में संबंधित डिवीजन के अधिकारी को उपभोक्ताओं के आक्रोश का भी सामना करना पड़ता है।
इसे ध्यान में रखकर बिजली कंपनी ने यह तय किया है कि इस बाबत एप बनाकर समस्या का समाधान कर लिया जाए। एप पर बिजली कंपनी के स्टोर में उपलब्ध सामानों की इंवेट्री डाल दी जाए।
इसका एक्सेस संबंधित डिवीजन के अधिकारियों को उपलब्ध करा दिया जाए। डिवीजन के अधिकारी उपभोक्ता को अपने मोबाइल पर यह दिखा सकेंगे कि स्टोर में उपकरण उपलब्ध हैं या नहीं।
एप से मिलेंगे ये फायदे
इस एप का फायदा यह होगा कि अगर किसी डिवीजन को ट्रांसफार्मर या फिर पोल आदि की जरूरत होगी तो उसे उसी समय मालूम हो जाएगा कि किस स्टोर में किस तरह के उपकरण की उपलब्धता है। इस वजह से उसे संबंधित स्टोर से निर्गत कराने में भी समय कम लगेगा।
बिजली उपभोक्ताओं को इससे फायदा होगा और पारदर्शिता बनी रहेगी। इसके अतिरिक्त संबंधित डिवीजन के कुछ खास जगहों पर भी बिजली कंपनी अपने उपकरणों को स्टोर कर रखेगी ताकि दूर से सामान लाने में अधिक समय लगने की समस्या नहीं आए।
मॉनिटरिंग भी सहज हो सकेगी
बिजली कंपनी के संबंधित अधिकारियों का कहना है कि स्टोर के एप पर आ जाने इसकी मॉनिटरिंग भी डिजिटल मोड में संभव हो सकेगी कि कहां कितनी संख्या में उपकरण उपलब्ध हैं।
इससे आगे की व्यवस्था करने में भी सहूलियत होगी। संबंधित डिवीजन के फील्ड अधिकारी यह डिजिटली बता सकेंगे कि उन्होंने किसी उपकरण के लिए कब अपनी आवश्यकता बतायी और उनका मामला कितने दिनों से लंबित है।