मुख्यमंत्री पद को लेकर चिराग ने क्या कहा?
एक सवाल के जवाब में पासवान ने कहा, ‘‘देखिए बिहार में फिलहाल मुख्यमंत्री पद के लिए कोई रिक्ति नहीं है और जब मैं बिहार वापस जाने की बात करता हूं तो यह सिर्फ मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं है. बल्कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट (सोच) के लिए है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से मैं खुद को लंबे समय तक केंद्रीय राजनीति में नहीं देखता. जल्द ही मैं बिहार जाना चाहता हूं और ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ बनाना चाहता हूं.’’
पासवान ने सोनीपत में संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोगों को डबल इंजन सरकार के काम करने के तरीके पर भरोसा है और चुनाव नतीजों के बाद बिहार में ‘‘ऐतिहासिक जीत’’ के साथ राजग की सरकार बनेगी.’’
सोनीपत के कुंडली में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम) में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर पासवान ने कहा, ‘‘मैं ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ की सोच के साथ आगे बढ़ रहा हूं. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार और बिहारी मेरी प्राथमिकता रहे हैं.’’
दरअसल चिराग पासवान ने हाल में ही कहा था कि ‘‘बिहार उन्हें बुला रहा है’’ जिससे इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य के सियासी हलकों में एक नई बहस छिड़ गई है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा था, ‘‘ मुझे लगता है कि बिहार मुझे बुला रहा है. मेरे दिवंगत पिता (रामविलास पासवान) केंद्र की राजनीति में रुचि रखते थे लेकिन मेरी रुचि राज्य की राजनीति में है.’’
पहलगाम आतंकी हमले की कि कड़ी निंदा
इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए पासवान ने कहा कि यह आतंकवादियों के जरिए किया गया कायराना कृत्य है, जिससे पूरा देश गुस्से में है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा. आतंकवादियों और उनके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें उनकी ही भाषा में कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’