मंगलवार (29 अप्रैल) को बांका के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया. एसपी ने कहा कि अंशु की मां सविता ने सोमवार (28 अप्रैल) की संध्या करीब 6 बजे पुलिस को सूचना दी कि उनका पुत्र जो गांधी चौक पर नाश्ते की दुकान चलाता है, रविवार (27 अप्रैल) की दोपहर करीब 3 बजे से ही लापता है. मां के बयान पर 28 अप्रैल की संध्या 6 बजे बांका थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
…और पकड़ा गया राहुल उर्फ छोटू
उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बांका एसडीपीओ बिपिन बिहारी के नेतृत्व में टीम बनाकर जांच शुरू की गई. गुप्त सूचना के आधार पर बाबू टोला निवासी राहुल कुमार उर्फ छोटू (26 वर्ष) को पकड़ा गया. पूछताछ के क्रम में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
राहुल ने बताया कि वह अंशु का दोस्त था. उसने मुर्गीडीह निवासी टिंकू यादव और मनोज झा के साथ मिलकर अंशु की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी और शव को झरना पहाड़ी की झाड़ियों में फेंक दिया है. राहुल ने बताया कि अंशु उसके परिवार के एक सदस्य पर आपत्तिजनक टिप्पणी किया करता था. इसी बात को लेकर दोनों के बीच काफी मनमुटाव हो गया था. उसकी निशानदेही पर अंशु का शव बरामद कर लिया गया.
राहुल और अंशु चलाते थे नाश्ते की दुकान
मृतक के चाचा मनोहर दास ने बताया कि अंशु और आरोपी राहुल पुराने साथी थे. दोनों आसपास में ही नाश्ते की दुकान चलाते थे. परिजनों ने शुरुआत में पुलिस को दोनों के विवाद और अंशु के अचानक गायब होने की जानकारी दी थी.
वहीं बांका एसडीपीओ बिपिन बिहारी ने बताया कि प्रेम-प्रसंग में गला रेतकर हत्या की गई है. इस हत्याकांड में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि मुख्य आरोपी राहुल कुमार के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.