चिराग ने एनडीए गठबंधन की एकता की खोली पोल
बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में जेडीयू-भाजपा-हम- रालोम प्रवक्ताओं का प्रेस कांफ्रेंस हुआ. पीसी में नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराने के निर्णय के बारे में बताया गया. मीडिया के माध्यम से जिलेवासियों को बताया गया कि कांग्रेस -राजद जातीय जनगणना का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रही है. सच्चाई यह है कि कांग्रेस सरकार को जातीय जनगणना कराने से कोई मतलब नहीं रहा. दूसरी तरफ जातीय जनगणना को लेकर सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित प्रेस कांंफ्रेंस से दूरी बनाकर लोजपा(रामविलास) ने एनडीए की एकजुटता की पोल खोल दी. किसी भी जिले में लोजपा(रामविलास) के नेता-प्रवक्ता एनडीए के प्रेस कांफ्रेंस में शामिल नहीं हुए। चिराग पासवान की पार्टी के एक वरीय नेता ने बताया कि हमारे नेता की तरफ से हमलोगों को प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने की मनाही थी.। कहा गया है कि आपलोग अपने स्तर से इस बात को ले जाएं कि चिराग पासवान की वजह से केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया है. संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में शामिल न हों.
चिराग ने शुरू किया प्रेशर पॉलिटिक्स
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि चिराग पासवान ने एक बार फिर से दबाव की राजनीति शुरू कर दी है. उनका हालिया बयान इसी ओर इशारा कर रहा है. अब एनडीए की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस से अपनी पार्टी को दूर रखकर चिराग ने बता दिया है कि, वे कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं. वैसे लोजपा (रामविलास) किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को जातीय जनगणना कराने का श्रेय लेने देना नहीं चाहती है. हालांकि लोजपा(रामविलास) के राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरेन्द्र कुमार मुन्ना ने कहा है कि इस तरह की कोई बात नहीं है. पार्टी के जिलाध्यक्ष व अन्य नेता विभिन्न जिलों में एनडीए के प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए हैं. पार्टी पूरी तरह से एनडीए के साथ है और गठबंधन एकजुट है
एनडीए नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जातीय जनगणना का झूठा श्रेय लेने की कोशिश में तेजस्वी यादव और उनकी पूरी पार्टी जुटी हुई है, जबकि सच यही है कि लालू प्रसाद यादव यूपीए की सरकार में केवल अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए इससे समझौता करते रहे। अगर जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस और राजद गंभीर होती तो इस दिशा में काम करती। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षध नीरज कुमार ने एनडीए के प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि नीतीश कुमार जातीय जनगणना की मांग उठाते रहे और बिहार में सबसे पहले इसे पूरा करके दिखाया है.