SHEOHAR;महिला संवाद: शिवहर की ग्रामीण महिलाओं की आवाज़, सामाजिक परिवर्तन की प्रेरणा
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शिवहर जिले के सभी पाँच प्रखंडों — शिवहर, तरियानी, पिपराही, डुमरी कटसरी, और पुरनहिया — में जीविका द्वारा संचालित महिला संवाद कार्यक्रम अब केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और जागरूकता का एक सशक्त जनांदोलन बन चुका है। इस मंच ने महिलाओं को अपनी बात रखने, समस्याएँ साझा करने और नीति-निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर प्रदान किया है।
महिला संवाद ने न सिर्फ़ महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया, बल्कि स्थानीय स्तर पर नीतिगत बदलावों की नींव भी रखी है। गुरुवार तक जिले के 205 ग्राम संगठनों में 38,000 से अधिक महिलाएँ इस पहल से जुड़ चुकी हैं। कई महिलाएँ अब पंचायत स्तर पर नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं, गैर-सदस्य महिलाओं को शामिल करने के लिए प्रेरित कर रही हैं, और गाँव की बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी माँगों को दर्ज करवा रही हैं।
तकनीक के उपयोग ने इस संवाद को और प्रभावी बनाया है। एलईडी वैन और ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुतियों के ज़रिए दूरस्थ गाँवों तक योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में पहुँच रही है। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे सामाजिक मुद्दों पर संगठित होकर आवाज़ उठा रही हैं।
पिपराही प्रखंड की कमरौली पंचायत में उड़ान जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा आयोजित संवाद में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने पेंशन में वृद्धि, कन्या उच्च विद्यालय की स्थापना, स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण केंद्र, सामुदायिक भवन, विवाह भवन, जीविका भवन, और सामुदायिक शौचालय जैसी माँगें उठाईं। वहीं, तरियानी और डुमरी कटसरी में जल-निकासी, नालियों की सफ़ाई, पशु शेड, और हर घर नल योजना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
ये सभी सुझाव संकलित कर जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को भेजे जा रहे हैं, ताकि योजनाएँ ज़मीनी ज़रूरतों के अनुरूप हों।
कार्यक्रम में सतत जीविकोपार्जन योजना, साइकिल योजना, छात्रवृत्ति, पोशाक योजना, और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से लाभान्वित महिलाओं ने अपनी प्रेरक कहानियाँ साझा कीं, जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं।
डुमरी कटसरी प्रखंड की मुहम्मदपुर कटसरी पंचायत में तारा जीविका महिला ग्राम संगठन के कार्यक्रम में क्षेत्रीय समन्वयक गणेश पासवान ने कहा, “महिला संवाद केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें महिलाएँ स्वयं बदलाव की अगुआ बन रही हैं। उनकी माँगें दर्शाती हैं कि उनमें राजनीतिक और नागरिक चेतना का तेज़ी से विकास हुआ है। यह सशक्तिकरण शासन को ज़मीनी स्तर से दिशा दे रहा है।”
शिवहर का महिला संवाद यह साबित करता है कि उचित मंच और अवसर मिलने पर महिलाएँ अपने समुदाय की दशा और दिशा बदल सकती हैं। यह पहल अब केवल सूचना का माध्यम नहीं, बल्कि एक परिवर्तनकारी शक्ति है, जो शिवहर की महिलाओं को बिहार और देश के लिए प्रेरणा स्रोत बना रही है।